इरफान खान का जीवन परिचय – Irrfan Khan Biography in hindi
इरफान खान का जन्म शिक्षा और करियर की शरुआत:
ये कहानी हैं एक बड़े ही ज़बरदस्त अभिनेता की जिनका पूरा नाम , शाहबजादे इरफान अली खान, है Bollywood इंडस्ट्री इन्हें Irrfan Khan और इरफान के नाम से जानती हैं इनका जन्म ,7 January 1967 को , जयपुर राजस्थान में हुआ था | इनके पिता कि टायरों की दुकान थी और मां एक घरेलू महिला थी, तीन भाइयों में इरफान सबसे बड़े थे, इरफान खान मात्र 16 वर्ष के थे, तभी फिल्म इंडस्ट्री ने इन्हें अपनी ओर आकर्षित कर लिया | उस समय इन्होंने नसीरुद्दीन शाह की एक फिल्म देखी और उनसे बहुत प्रभावित हुए | अपनी स्कुल और कोलेज के बाद इन्होने रूख किया नेशनल स्कुल ओफ ड्रामा कि तरफ जाहां कई अभिनेता एक दो नहीं तीसरी बार तक नेशनल स्कुल ओफ ड्रामा का इम्तिहान पास नहीं कर पाये | वहीं इरफान का अभिनय के प्रती ऐसा जुनून था कि उन्होंने एक ही बार में इस इम्तहान को पार कर दिया और स्कोलरशिप प्राप्त कि, और टेलीविजन से शुरूआत की कई टेलीविजन धारावाहिक में इन्होंने काम किया
टेलीविजन धारावाहिक.
1 चाणक्य
2 भरत एक खोज
3 साराजहां हमारा
4 बनेगी अपनी बात
5 चंद्रकांत
6 श्रीकांत
7 स्टार बेस्टसेलर्स
8 मानो या ना मानो
हालांकि ये टेलीविजन पर काम कर रहे थें और लोग इनके अभिनय को काफी पसंद कर रहे थे पर इनका मन तो मानो उब रहा था | एक ही तरह के किरदार करके, उन्हें कुछ नया करना था और खासतौर पर बड़े पर्दे पर |
मिरा नायर कि फिल्म से एक छोटे से रोल के साथ अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की, उसके बाद उन्होंने कई छोटे बड़े रोल किये फिल्मों में इरफान के करियर को नई दिशा दी | उनके दोस्त तिग्मांशु धूलिया जिन्होंने बनाई फिल्म हासिल | जिसने इन्हें रातों रात स्टार बना दिया | हासिल फिल्म के लिये उन्हे वर्ष २००४ का फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ खलनायक पुरस्कार भी मिला | इन्होंने बॉलीवुड की बहुत सी हिट फिल्म कि जिनमें शामिल हैं |
मसहुर फिल्में
हासिल (इस फिल्म में जिम्मी शेरगिल, ह्रिषिता भट्ट,आशुतोश राणा थें इरफान के साथ इरफान ने खलनायक की भूमिका निभाई इस फिल्म में)
पान सिंह तोमर,( इरफान के करियर की सबसे बेहतरीन फिल्मों से एक हैं इस फिल्म के लिए इरफान को बेस्ट एक्टर का नेशनल अवॉर्ड मिला था। ये फिल्म पान सिंह तोमर कि जिवनी पर बनी है )
लाइफ इन ए मेट्रो,(ये एक मल्टी स्टारर फिल्म थी जिसमें एक साथ कई कहानियों को दिखाया गया था इसमें इनकी को स्टार कोंकणा सेन शर्मा थी)
लांच बोक्स,( 2013 में आई इस फिल्म में इरफान के साथ निमृत कौर और मसहुर अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी थें)
हिंदी मीडियम ,(इस फिल्म की कहानी जीनत लखनी ने लिखी है इसके मुख्य किरदारों में इरफ़ान ख़ान और सबा कमर हैं यह फिल्म 19 मई 2017 में आई थी हिंदी मीडियम फिल्म के लिए उन्हें फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता चुना गया था)
इरफान ने बॉलीवुड के साथ-साथ ब्रिटिश और अमेरिकन फिल्मों में काम किया, ए माइटी हार्ट, स्लमडॉग मिलियनेयर, लाइफ ऑफ़ पाई और द अमेजिंग स्पाइडर मैन आदि
उन्होने द वारियर, मकबूल, हासिल, द नेमसेक, रोग जैसी फिल्मों मे अपने अभिनय से खुब वाह वाही बरोटी,
पूरस्कार.
2018 – फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार – हिंदी मीडियम के लिए
2008 – फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता पुरस्कार- लाइफ इन ए मेट्रो के लिए
2004 – फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ खलनायक पुरस्कार हासिल के लिए,
बेस्ट एक्टर का नेशनल अवॉर्ड मिला, पान सिंह तोमर के लिए,
2011 – पद्म पुरस्कार, (नागरिक सम्मान)
शादी
नेशनल ड्रामा ओफ स्कुल में सुतापा सिकदर और इरफान कि प्रेम कहानी की शुरुआत हुई और सन् 1995 में अपनी दोस्त और प्रेमिका सुतापा सिकदर से इरफान ने शादी करली | उनके दो बेटे हैं अयान और बाबिल खान |
इरफान कि तबियत बिगड़ी
मार्च-2018 में इरफान को अपनी बीमारी का पता चला था। उन्होंने खुद अपने फैंस को ये खबर दी इरफान को न्यूरो इंडोक्राइन ट्यूमर नामक बीमारी हुई थी जिसके इलाज के लिए वो एक साल के लिए लंदन गये 2019 में वो वापिस भारत लोटें |
वापसी के बाद उन्होंने अपनी फिल्म ‘अंग्रेजी मीडियम’ की शूटिंग राजस्थान में शुरू की और फिर आगे के शेड्यूल के लिए लंदन चले गए थे | जहां वे डॉक्टर्स के संपर्क में भी रहे हालांकि, लॉकडाउन के चलते यह फिल्म सिर्फ दो दिन ही सिनेमाघरों में चल पाई इरफान के दिल के करीब थी ये फिल्म लेकिन उनकी तबीयत खराब होने के कारण उन्हें कोकीलाबेन अस्पताल में भर्ती कराया गया इरफान प्रमोशन का हिस्सा नहीं बन पाये | जिसका उन्हें काफी दुख रहा और आखिर कार 29 April को उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया | यह खबर फ़िल्मी जगत और उनके चाहने वालों के लिए किसी सदमे से कम नहीं रही बोलीवुड के साथ साथ प्रधानमंत्री मोदी और कयी दिग्गज हस्तियों और उनके चाहने वालों ने उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी | इरफान का जाना यकिनन किसी सदमे सें कम नहीं रहा क्यूंकि इरफान ने कामयाबी का ये सफ़र अपनी कड़ी मेहनत से तय किया ना तो वो कुछ खास दिखते थे ना ही उनका बेग्राउंड फिल्मी था | यह उनका अपने काम के प्रती जुनून और लगन ही थी, जो उनके किरदार की कभी ना भूलने वाली छाप दिलों पर छोड़ गयी |
उनके जाने के बाद Social Media पर उनका आखरी Youtube Message काफी Viral हुआं है और सभी को काफी भावुक कर रहा है, जो कुछ इस प्रकार हे!
मैं आज आपके साथ हूं भी और नहीं भी। खैर, ये फिल्म ‘अंग्रेजी मीडियम’ मेरे लिए बहुत खास है। सच…यकीन मानिए, मेरी दिली ख्वाहिश थी कि इस फिल्म को उतने ही प्यार से प्रमोट करूं, जितने प्यार से हम लोगों ने बनाया है। उन्होंने आगे लिखा कि मेरे शरीर के अंदर कुछ अनवांटेड मेहमान बैठे हुए हैं। उनसे वार्तालाप चल रहा है। देखते हैं किस करवट ऊंट बैठता है। जैसा भी होगा आपको इत्तिला कर दी जाएगी।